Monday, February 14, 2011

हम मिलते हैं मुस्कुराने के लिए

हम मिलते हैं मुस्कुराने के लिए


हम पास आते हैं कुछ पल साथ बिताने के लिए 
हम दूर जाते हैं फिर से पास आने के लिए 
हम गमों को भुलाते हैं जख्मों को भर जाने के लिए,
हम हँसी ख़ुशी बातें करते हैं खुशियों को बढ़ाने के लिए
हम गुस्ताखी करते हैं कुछ नसीहतें पाने के लिए

गम आते हैं खुशी को बुलाने के लिए 
हम मुस्कुराते हैं आपके चेहरे पे मुस्कुराहट लाने के लिए...


आप रूठ जाते हैं हमारे मानाने के लिए, 
हम आपको जोश दिलाते रहते हैं कुछ कर गुजर जाने के लिए हैं...


दोस्ती और प्यार नहीं बिकते हैं ख़रीदे जाने के लिए...

हर सुबह होती है जीवन में किसी नए सफर पर जाने के लिए...

जिन्दगी होती है जीवन में हमेशा आगे बढ़ते जाने के लिए...


मुस्कुराहट होती है मुस्कुराने के लिए...

- अरविन्द/@rvind


Previously Posted  at 12:26 AM on Friday, November 23, 2007

No comments:

Post a Comment