andaz-e-bayaan अंदाज-ए-बयाँ
Hal-E-Dil | हाल-ए-दिल,कविता शायरी हिन्दी में
Monday, April 13, 2009
लम्बी रातों के पल
इन
लम्बी
रातों
के
पल
बीत
पाते
नहीं
हम
रात
भर
उनका
इंतजार
करते
हैं
...
मगर
वो
आते
नहीं
...
मालूम
है
वो
नहीं
आ
पाएंगे
मगर
हम
हैं
...
कि
खुद
को
उनका
इन्जार
करने
से
रोक
पते
नहीं
...
Thursday, April 2, 2009
तेरी याद
तेरी याद मुझे क्यों आती है, अक्सर तनहा होने पर,
आँखों को क्यों नम कर जाती है, तेरी याद मुझे क्यों आती है ?
फूलों के मौसम में पतझड़ क्यों दे जाती है ?
अक्सर खुश रहता हूँ पर उसमें एक अधूरी सी तस्वीर क्यों रह जाती है ?
चढ़ती ऊँची लहरें पल भर में उतर जाती हैं जब तेरी याद मुझे आ जाती है....
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