आँखों में सपने हैं ,
कुछ दर्द अपने हैं ,
दर्द में मोती हैं ,
खुशियाँ क्यों रूठी हैं ,
खुशियों की दुनिया क्यों इतनी छोटी है ?
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कुछ दर्द अपने हैं ,
दर्द में मोती हैं ,
खुशियाँ क्यों रूठी हैं ,
खुशियों की दुनिया क्यों इतनी छोटी है ?
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